ग्रेटर नोएडा: मालिकाना हक 3608 खरीदारों को जाता है। यमुना प्राधिकरण सप्तमी पर शिविर स्थापित करके इनके लिए ग्राहकों का पंजीकरण करेगा, जो 9 अक्टूबर को पड़ता है, और नवमी, जो नवरात्रि के दौरान 11 अक्टूबर को पड़ता है। इनमें ग्राहकों के तीन समूह शामिल हैं जो रजिस्ट्री से लाभान्वित होंगे: सुपरटेक अपकाउंट्री के 608 खरीदार, एटीएस के 1800 खरीदार और ऑरिस डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के 1200 खरीदार।
वास्तव में, सुपरटेक अपकंट्री को 2010 में यमुना प्राधिकरण द्वारा 100 एकड़ संपत्ति दी गई थी, और अभी, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल इस अधूरी योजना (एनसीएलटी) पर विचार कर रहा है। 608 खरीदारों को उस काम के हिस्से के लिए पंजीकरण करने की आवश्यकता है जो समाप्त हो गया है। इसके अलावा एटीएस रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड को सेक्टर 22डी में 100 एकड़ जमीन दी गई। पिछले महीने, अमिताभ कांत समिति द्वारा संचालित एटीएस ने प्राधिकरण के बकाया ऋण का 25% भुगतान किया, जिससे 1,800 बोलीदाताओं को स्वामित्व अधिकार दिए गए। इसके अलावा, बिल्डर शायद परियोजना के निर्माण को पूरा करने के लिए कुछ अविकसित संपत्ति का स्वामित्व प्राप्त करने जा रहा है। ओरिस डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 2011 में यमुना प्राधिकरण में 100 एकड़ संपत्ति प्राप्त की
मिली जानकारी के अनुसार यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना प्राधिकरण में तीन बिल्डर परियोजनाओं को ऑक्यूपेशनल सर्टिफिकेट (ओसी) दिया है। जिनमें सुपरटेक अपकंट्री जहां पर 608 बायर्स के लिए ऑक्यूपेशनल सर्टिफिकेट जारी किया है। इसके बाद उनकी रजिस्ट्री की जाएगी और उनको मालिकाना हक मिलेगा। जिसके लिए नवरात्रों में ही इन खरीदारों को रजिस्ट्री करते हुए मालिकाना हक दिया जाएगा। इसके साथ ही दूसरे एटीएस और ओरिस जिसमें से दोनों बिल्डर खरीदारों के लगभग 3000 खरीददारों को कैंप लगाकर रजिस्ट्री करते हुए मालिकाना हक दिया जाएगा।
जिसके चलते 9 अक्टूबर को सुपरटेक अपकंट्री में यमुना प्राधिकरण के द्वारा कैंप लगाया जाएगा। जिसमें यमुना प्राधिकरण और जिला प्रशासन के सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे व मौके पर ही रजिस्ट्री कराते हुए सभी औपचारिकताए पूरी की जाएंगे। यहा पर 608 खरीदारों को उनके फ्लैट की रजिस्ट्री की जाएगी। वही 11 अक्टूबर को सेक्टर 22 डी में एटीएस और ओरिस जो दोनों आमने-सामने है जिनके लिए एक स्थान पर कैंप लगाया जाएगा। जिसमे 3000 घर खरीदारों की रजिस्ट्री की जाएगी। इसके लिए घर खरीदार काफी लंबे समय से मांग कर रहे है। ग्रुप हाउसिंग की इन तीनों बिल्डर परियोजनाओं के खरीदारों की रजिस्ट्री करने के बाद यमुना प्राधिकरण में शत प्रतिशत खरीददारों को रजिस्ट्री करते हुए मालिकाना हक मिल जाएगा।