NOIDA : देश की राजधानी दिल्ली से गाजियाबाद आने वालों के लिए एक रोमांचक खबर है। गाजियाबाद अब कुछ ही मिनटों में दिल्ली से पहुंचा जा सकता है। आपको बता दें कि अप्सरा बॉर्डर से आनंद विहार के बीच 2.2 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का आधिकारिक उद्घाटन दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने किया था। इस फ्लाईओवर के सेवा में आने के बाद सड़क के इस खंड पर तीन सिग्नल हटा दिए जाएंगे। लोगों की यात्रा अधिक सुखद रहेगी।
समय बचेगा।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के मुताबिक फ्लाईओवर के निर्माण से सभी वाहन चालकों का समय बचेगा। इसके अतिरिक्त, कम कारें गैसोलीन और डीजल का उपयोग करेंगी, और यातायात की बाधाओं से बचा जाएगा। उन्होंने कहा कि अनुमानित 40,300 लीटर गैसोलीन और डीजल की बचत होगी। ईंधन के उपयोग में कटौती करके कार्बन गैस उत्सर्जन को कम किया जा सकता है, जो लगभग 5900 पेड़ों से हवा को साफ करने के समान है।
अप्सरा बॉर्डर से आनंद विहार के बीच बने इस फ्लाईओवर के ऊपर आज भी दो पेड़ हैं। दोनों पेड़ों को हटाने की अनुमति नहीं दी गई है। आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर तक चलने वाली सड़क दोनों पेड़ों के बगल से गुजरती है। एक फ्लाईओवर के केंद्र में स्थित है। दूसरा फ्लाईओवर से नीचे की ओर है। दोनों स्थानों की सुरक्षा को देखते हुए इस पर बैरिकेड लगा दिए गए हैं। ड्यूटी पर एक गार्ड भी तैनात है।
जाम से मिलेगा छुटकारा
रोड नंबर-56 पर बने इस फ्लाईओवर के निर्माण से रामप्रस्थ कॉलोनी गाजियाबाद, विवेक विहार, विज्ञान विहार और श्रेष्ठ विहार लाल बत्ती पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिल जाएगा। 2.5 किलोमीटर के सफर को पूरा करने में करीब आधे घंटे का समय लग जाता था। लेकिन अब फ्लाईओवर बनने के बाद यह दावा किया जा रहा है कि सफर पांच मिनट से भी कम समय में पूरा हो जाएगा।
गाजियाबाद के 50 हजार वाहन चालकों को होगा फायदा
आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में अप्सरा बॉर्डर के पास से आनंद विहार तक फ्लाईओवर शुरू होने से गाजियाबाद के लोगों ने राहत की सांस ली है। यहां से हरदिन लगभग 50 हजार वाहन चालक आनंद विहार की तरफ जाते हैं। लोगों का कहना है कि पहले अब 5 से 7 मिनट में आनंद विहार पहुंच जाएंगे, वहीं पहले आधा घंटा लगता था। दिल्ली जाने वाले लोगों में ज्यादातर जॉब वाले होते हैं, जिन्हें ऑफिस पहुंचने में लेट हो जाता था। कोयल एंक्लेव निवासी गोपाल का कहना है कि वह रोजाना आईटीओ जाते हैं। उनका रूट आनंद विहार होकर जाने का ही है। अभी तक अप्सरा बॉर्डर से आनंद विहार तक लगभग घंटा लगता था। मगर अब फ्लाईओवर शुरू हो गया है तो पांच से सात मिनट की दूरी रह गई है। इससे काफी सहूलियत मिली है।
कट को भी हटा दिया।
शालीमार गार्डन निवासी शैलेंद्र कुमार के अनुसार मुख्य सड़क पर तीन ट्रैफिक सिग्नल हैं। प्रत्येक सिग्नल के लिए लगभग 5 से 5 मिनट का समय लगा। कई कट भी हैं, जहां से अप्रत्याशित कार आगमन से यातायात बाधित हुआ था। फ्लाईओवर के निर्माण के समय इन सभी असुविधाओं को समाप्त कर दिया गया है।
आप प्रदूषकों में कमी भी देखेंगे।
डीएलएफ कॉलोनी निवासी मनोज गौड़ के अनुसार, वाहन का इंजन तीस मिनट तक ईंधन जलाता था, लेकिन अब यह केवल पांच से सात मिनट के लिए ही ऐसा करता है। प्रदूषकों को कम करने के साथ-साथ इससे सीएनजी, डीजल और गैसोलीन पर भी पैसे की बचत होगी। फ्लाईओवर के निर्माण से क्षेत्र के निवासियों को बहुत फायदा हुआ है।