लो ब्लड-प्रेशर के साथ घबराहट या सिरदर्द यानी डिहाइड्रेश

नोएडा: बढ़ती गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी होने का खतरा बढ़ रहा है। बदलते मौसम में कम पानी पीना किस तरह से स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा रहा है। डॉक्टरों ने लो ब्लड-प्रेशर के साथ घबराहट या सिरदर्द डिहाइड्रेशन की पहचान है। इसलिए ब्लड प्रेशर के मरीज सावधानी बरते। फेलिक्स अस्पताल के फिजीशियन डॉ अंशुमाला सिन्हा ने खासतौर से बुजुर्गों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। डाक्टर ने बताया कि हमारा लगभग 70 प्रतिशत शरीर पानी से बना हुआ है। ऐसे में पानी हमारे लिए एक मूलभूत जरूरत ही नहीं बल्कि अपने शरीर को क्रियाशील रखने का तरीका भी है।

गर्मी के मौसम में अक्सर ऐसा होता है, जब हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इस कमी को ही मेडिकल की भाषा में डिहाइड्रेशन कहते हैं। शरीर में पानी की कमी होने पर त्वचा सूखने लगती है और होंठों पर पपड़ियां जम जाती हैं। जिनमें से कई बार खून भी निकल सकता है। नर्म-मुलायम त्वचा अचानक से सुर्ख और खुरदुरी लगने लगती है और उस पर रेशैज और खुजली होती है। इसलिए इन लक्षणों के दिखाई देते ही समझ जाना चाहिए कि शरीर में पानी की कमी हो हो रही है।

अगर शरीर में पानी की कोई कमी नहीं है बावजूद यूरिन का रंग गाढ़ा या पीला होने पर हमें समझ जाना चाहिए कि शरीर में पानी की कमी हो चुकी है। डिहाइड्रेशन की स्थिति में यूरिन की मात्रा कम हो जाती है और उसमें जलन की समस्या भी आ सकती है। शरीर में पानी कम होने से मुंह और गले में सूखापन आ जाता है जिससे सांस लेने की समस्या के साथ ही मुंह से दुर्गंध भी आने लगती है,क्योंकि पानी की कमी के चलते मुंह में लार यानी सलाइवा पर्याप्त मात्रा में नहीं बन पाता। जो मुंह की बदबू के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को नियंत्रित रखने का काम करता है। इसके चलते बैक्टीरिया की संख्या मुंह में बढ़ जाती है और मुंह से दुर्गंध आने लगती है। डिहाइड्रेशन की स्थिति में पानी पीने के बावजूद बार-बार प्यास लगती रहती है, क्योंकि पानी शरीर में रुकता नहीं।

सादा पानी पीने के बजाय नीबू-पानी या इलेक्ट्रॉल के घोल वाला पानी पिए। डिहाइड्रेशन की समस्या में भूख भी ज्यादा महसूस होती है। शरीर में पानी की कमी हो जाने पर हमारे खून का कुल आयतन यानी टोटल-वॉल्यूम कम हो जाता है। जिससे लो ब्लड-प्रेशर की समस्या पैदा हो सकती है। इससे घबराहट या सिरदर्द की स्थिति भी पेश आ सकती है। पानी की कमी होने पर व्यक्ति हर समय आलस और थकान का अनुभव करता है। क्योंकि पानी की कमी से मेटाबोलिज्म भी प्रभावित होता है। जो शरीर में ऊर्जा निर्माण की प्रक्रिया है। इसलिए घबराहट या सिरदर्द और थकान आदि लक्षण शरीर में पानी की कमी की ओर ही इशारा करते हैं।

लोग डिहाड्रेशन से बचने के लिए इन बातों का रखे ध्यान….
-अल्कोहल, चाय-कॉफी कम कर दें।
-गर्मी में खाने से पहले पानी जरूर पिएं।
-घर से बाहर निकलते वक्त पानी की बोतल लेकर जाएं।
-ओआरएस का घोल बनाकर रखें, दिन भर में 3 बार पिएं।
-रेगुलर पानी पिएं। एक दिन में कम से कम 8 ग्लास पानी पिएं।
-पानी के साथ-साथ नींबू पानी, आम पन्ना या फ्रेश जूस भी रेगुलर पिएं।
-तरबूज, खरबूज, संतरा, खीरा, ककड़ी खाएं, इनमें पानी की मात्रा होती है।

डिहाड्रेशन के लक्षण….
-कब्ज
-सिरदर्द
-मुंह सूखना
-रूखी त्वचा
-चक्कर आना
-डार्क यूरिन डार्क यूरिन
-थकान और कमजोरी

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