अंर्तराष्ट्रीय कवियित्री, शायरा डॉ तूलिका सेठ को भूटान में सम्मानित किया गया

हम साथ साथ हैं” एवं “हिंदुस्तानी भाषा अकादमी” के संयुक्त बैनर तले दसवां अंतर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन भूटान में 16 सितंबर से 22 सितंबर तक हिंदी पखवाड़े के अवसर पर आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य साहित्यिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भूटान के विभिन्न शहरों में प्रचार- प्रसार करना था। भूटान की राजधानी थिंपू एवं विभिन्न शहरों में एक सप्ताह तक भव्य आयोजन चला ,जिसमें देश के भिन्न -भिन्न राज्यों दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, असम ,बिहार छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पंजाब से कलमकार और साहित्यकार गए थे।स्थानीय भूटान के कलमकारों व कलाकारों ने अपनी-अपनी प्रतिभा की छठा बिखेरी ।कवि सम्मेलन भूटान की राजधानी थिंपू में हुआ जिसकी अध्यक्षता अंतर्राष्ट्रीय कवि जय सिंह आर्य जी ने की। मुख्य अतिथि के रूप में भूषण अग्रवाल,चंचल ,निशा रहीं। सरस्वती वंदना से आग़ाज तूलिका सेठ ने किया, संचालन अंजू मोटवानी व सुरेंद्र ने किया।

भूटान के शहर पारो में देश की चर्चित कवियित्री ,शायरा डॉ तूलिका सेठ को श्रेष्ठ कवियित्री तूलिका सेठ को भूटान में सम्मानित किया गया। अपने श्रेष्ठ काव्यपाठ और पहाड़ी नृत्य की प्रस्तुति के लिए सम्मानित किया गया।प्रशस्ति पत्र ,प्रतीक चिन्ह व उपहार भेंट किए गए। इस भव्य कार्यक्रम का कुशल नेतृत्व “हम साथ-साथ हैं” के अध्यक्ष आदरणीय किशोर श्रीवास्तव एवं हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के अध्यक्ष सुधाकर पाठक ने किया एवं इस भव्य साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम को मूर्त रूप दिया‌। हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु विभिन्न राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय कई आयोजन उनके नेतृत्व में कुशलता से किए जा चुके हैं।कवि सम्मेलन में, विनोद पाराशर , मेहता , निशा , विष्णु सक्सेना , बीना ,अशोक जाटव , सुपर्णा ,प्रभा , रीता सिंह आदि ने काव्य पाठ किया एवं लखनऊ से पधारे बांसुरी वादक मुकेश एवं पहाड़ी नृत्य में तूलिका सेठ के साथ भूषण अग्रवाल जी ने भूटान की धरती को रोमांचित कर तालियां बटोरी ।जया, अंजू मोटवानी ,किशोर ने बांसुरी वादक मुकेश का साथ खंजरी पर दिया। तमाम बाल कलाकारों ने एवम भूटान के स्थानीय कलाकारों ने और कलमकारों ने इस अवसर पर अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर हिंदुस्तान के प्रतिभागी कलाकारों के अलावा भूटान के गणमान्य लोगों व स्थानीय कलाकारों के साथ साथ श्रोताओं की भारी संख्या में उपस्थिति रही। सुधाकर पाठक ने अपने वक्तव्य से सभी को सम्मोहित किया और किशोर ने भूटान के कलाकारों को सम्मानित करके सबका आभार प्रकट किया।

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